संविधान निर्माता

सीमा अहिरवार,इंदौर
बाबा साहेब अमर रहें ।
जिन्दा हैं हमारी नस्लों में ।
नवजीवन की फसलों में ।
बाबा साहेब अमर रहें ।
तेज वही है ,जोश वही है ।
जीवन का उद्देश्य वही है ।
जिन्दा हैं हमारे जज्बों में।
बाबा साहेब अमर रहें ।
दर्द वही है, प्रीत वही है ।
जीवन का संगीत वही है ।
चोट वही, आवाज वही ।
जिन्दा हैं हमारे जख्मों में ।
बाबा साहेब अमर रहें ।
जिन्दा हैं हमारी नस्लों में ।
नवजीवन की फसलों में।
बाबा साहेब अमर रहें ।