सम्प्रति : कारवार, के कॉलेज में अध्यापनप्रकाशन : कुछ पत्र पत्रिकाओं में कवितायेँ और लेख प्रकाशित। एक संग्रह “कावेरी एवं अन्य कवितायेँ” प्रकाशित। 【वेश्याएं】 वेश्याओं का जन्म!माँ के गर्भ से नहीं होता हैवो तो खाली तश्तरी से उठकरस्वार्थ की घने अन्धकार मेंहवस की दीवार परबिना जड़ की बेल सी पनपती है उसका मनहमेशा देहलीज़ पर […]Read More
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रजनीश संतोष .यह सोचना बेकार है कि युद्ध में लाखों लोग मरेंगे पहले भी युद्ध हुए हैंउनके आँकड़े बड़े सलीक़े से सहेजे गए हैं. शहादत के लिफ़ाफ़े में भरी जाती हैं हत्याओं की चिट्ठियाँ मौत से कहीं महत्वपूर्ण है ज़िंदगीइसलिए यह सोचिए कि युद्ध के बाद जीवित कौन लोग बचते हैं यह जानना फ़िज़ूल है […]Read More
महेश वर्मा खूननहीं बाँटता हैहमें खून।बल्कि बांटताऔर काटता है ,ये धर्म-मजहब, लिंगजाति और नस्लवाद काक्रूर व अमानवीयभेद-भाव युक्त जुनून।ऊपर से हाँकते हैअपने-अपने बड़प्पन कीबढ़-चढ़कर के डींग।जान को जबआये संकट।और खून की जबपड़े जरूरत ।तब सब खूनलगे इक रंग।न कोई न हिन्दू,न कोई मुस्लिम ।न इसाई और यहूदी।न कोई कालान कोई गोरा।नर हो या नारीसब का […]Read More
【 पुष्प 】 पुष्प एक पड़ा राहों परमन में था यह सोच रहाक्यों अलग हुआ अपनों सेक्या है इसकी असली वजह।सुंदरता मेरी बनी है घातकया सहृदयता का शिकार हुआखड़े शूल थे पास मेरेउन पर न प्रतिघात हुआ।प्रसन्न हुआ था एक दिन मैंमानव के गले का हार बनापता नही था उसके अन्दरमानव है या शैतान छिपा।मन्दिर […]Read More
सीमा पटेल हाँ मुझे पसंद है ,,तुम्हारा मधुर स्पर्शक्योंकि ….लिए थे मैंने तुम्हारे संगअग्नि के सात फेरेखाई थी कस्में,कुछ तुमने और कुछ मैनेभरी थी माँग तुमनेप्रेम के सिंदूरी रंग सेहाथ पर हाथ रखकरहुआ था अपना,“पाणिग्रहण संस्कार”लेकर आये थे दुल्हन के रूप मेंमुझे , तुम अपने घर मेंतब बजी थी ढोलकी,स्वागत में मेरेगाये थे मंगल गीत […]Read More
सिद्धार्थ सिंह लंदन वाले एक हाथ में लकड़ी की हथौड़ी और दूसरे में ठप्पाइन्होंने जज किया हुआ है चप्पा चप्पा जजमेंट देखिए –तुम अमीर तुम गरीबतुम अछूत ना आना क़रीब तुम हिंदू तुम मुसलमानक्या करोगे बन के इंसान तुम लेफ़्ट तुम राइटकरते रहो आपस में फ़ाइट तुम शाकाहारी तुम मांसाहारीक्यूँ खाते घास फूस या निहारी […]Read More
राजकीय विद्यालय ,पलवल,हरियाणा में रसायन शास्त्र के प्रवक्ता मनीष मनचंदा को कविता के तत्वों और योगिकों की भी खासी पहचान है। 【पिता】 अब जब भी तुम्हारी तस्वीर को देखता हूं..याद कर बैठता हूं वो तुम्हारी सीख..की मेरी कीमत मेरे जाने के बाद जानोगे तुम.. सच था जिंदगी के मायने…तुम्हारे जाने के बाद ही जाने.. तुम्हारे […]Read More







