तेज प्रताप नारायण इस देश का किसानशोषण की चक्की मेंपिसता है ,जैसे पिसान अधिक दाम पर खरीदताखाद , बीज ,यंत्रऔर कम दामों पर बेचता हैहर समानचाहे हो फल ,सब्जीया हो गेंहू और धान सहता है हमेशा चिलचिलाती सर्दीऔर तेज़ घामहै कोल्हू के बैल जैसाकभी नहीं मिलता आराम । कभी लेखपाल दंश मारताकभी थाने का पुलिस […]Read More
Follow Us
2
3
2
3
1
2
3
4