आदर्श किसान

एक बैल और एक खुद लग के खेत जोते
ले फावडा ले कुंदाली खुद ही कुआँ खोदे।
दोनो की काम झुक के करना है
मस्तक ऊँचा रहे मस्तक में कहाँ लिखा है।
मोटर के पाइप पे जमी बर्फ़
फिर भी धोती कुर्ता पहने।
जींस टी-शर्ट जैकेट का करे बहिष्कार
किसान की छवि दे बनी रहने।
मनोरंजन के लिए रेडियो सुने
गांव की कुश्ती देखे।
पिक्चर, क्रिकेट, फ़ुट्बॉल से रहे दूर
या JCB की खुदाई देखे हो रही सुदूर।
यातायात के लिए करे सरकारी बस का प्रयोग
या पेशी करने ट्रैक्टर का बनाए योग।
जीप कार चार पहिए से रहें दूर
ना ना ये लक्ज़री है इनका बिलकुल ना बनाएँ संयोग।
खान पान रखें एकदम सरल
सब्ज़ी रोटी दाल चावल।
पिज़्ज़ा बर्गर से बनाए दूरी
जिनके इर्द गिर्द घूमती दुनिया पूरी।
महीनो करे मेहनत सब छोड़ राम भरोसे
फिर भी न्यूनतम बिक्री राशि से करे हाय तौबा।
मुनाफ़ा की परिभाषा किसान क्या जाने
गाँव के सेठ से करे फसल का सौदा।
थोड़ी कमाई से बच्चों को पढ़ायें
या अगली फसल का खाद बीज ले आये।
अगले साल बेटी की शादी है
खेत बेंच दे या नक़ली किराए के गहने दिलाए।
अंततः
किसान बेचारा किसी का बुरा क्यूँ माने
सहस्त्राब्दियों की दिक़्क़त अब क्यूँ लगे बखाने।
बुरा लगता है अपनो से,
जिसको भेजा शहर पढ़ने देकर अपने प्राण,
वो सोशल मीडिया में कहता है देश विरोधी हैं किसान।
सिद्दार्थ सिंह,लंदन