लेखक: ध्रुव गुप्त ध्रुव गुप्त जी की किताब फिर तेरी कहानी याद आई ज्ञान,विज्ञान,इतिहास,मिथक सहित संवेदना के अनेकानेक स्तरों को समेटे हुए है । किताब में लिखी कुछ बातों से सहमतियां ,असहमतियां ज़रूर हो सकती हैं लेकिन कुल मिलाकर यह किताब संग्रहणीय,पठनीय ,ज्ञानवर्धक और मनोरंजक है । विभिन्न विषयों पर 35 लेखों का यह संग्रह […]Read More
–डॉ आरके सिंह, वन्यजीव विशेषज्ञ वन्यजीव विभिन्न प्रकार की मानवीय गतिविधियों से खतरे में हैं, जैसे निवास स्थान विनाश, अवैध वन्यजीव व्यापार, इनवेजिव प्रजातियों और बीमारियों का प्रसार, और इससे अधिक पृथ्वी की जलवायु पर मानव का प्रभाव, जो जंगली आवासों की प्रकृति को बदल रहा है। प्रौद्योगिकी में प्रगति वैज्ञानिकों और आम जनता को […]Read More
तेज प्रताप नारायण लोग कहते हैं कि आजकल वीरों का सीज़न है ।तरह तरह के वीर सामने आ रहे हैं ।अग्नि वीर ,हड़ताल वीर ,क्रांति वीर और न जाने क्या क्या ?दो साल पहले मैंने संजीव गंगवार जी की व्यंग्य की किताब पढ़ी थी व्हाट्सएप वीर । उस किताब से याद आया कि अपने देश […]Read More
डॉ वेदब्रत गंगवार,उपनिदेशक उत्तर प्रदेश सरकार यद्यपि हम अक्सर मानव-प्रेरित जलवायु परिवर्तन के बारे में सोचते हैं कि भविष्य में क्या होगा, यह एक सतत प्रक्रिया है। भारत और दुनिया भर में पारिस्थितिकी तंत्र और समुदाय आज प्रभावित हो रहे हैं।विशिष्ट जलवायु और मौसम संबंधी घटनाओं का एक उल्लेख करें तो क्या मिलता है: बाढ़, […]Read More
गृह स्थान.. जोधपुर शिक्षा..एम.ए (हिंदी,अँग्रेजी)बी.एड पी.एच.ड़ी हिंदी सेवानिवृत्त अँग्रेजी व्याख्याता संप्रति…स्वतंत्र लेखन। विधा..लघुकथा, कविता, हाइकु, पिरामिड, सायली, बाल साहित्य, समसायिक आलेख, । 50 से अधिक साझा संकलनो में लघुकथाएं, कविताएं और आलेख। विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन । मीरा भाषा सम्मान लघुकथा विधा 2020 रक्तदान निबंध ..उत्कर्षटता सम्मान टिप्पणी -नीना छिब्बर की कविताओं में ज़िन्दगी […]Read More
गृह जनपद–संत कबीर नगर, उत्तर प्रदेशशिक्षा- बी टेक पंकज पटेल प्रयाग नाम से रचनात्मक लेखन करते है। समसमायिक विषयों, प्रेम तथा प्रकृति पर कविता लिखने में रूचि रखते है। टिप्पणी ;पंकज पटेल युवा कवि हैं ।देश के प्रतिष्ठित कॉलेज से बी टेक करने के बाद एक बड़ी कंपनी में कार्यरत हैं। इनकी कविताओं में एक […]Read More
विमलेश गंगवार आप वरिष्ठ कथाकार हैं जिनके दो उपन्यास और एक कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं ।तीसरा उपन्यास शीघ्र प्रकाश्य है । सुधा की हालत बिगड़ती जा रही थी ।बेटा सुबह से सुधा को लेकर कई अस्पतालों के चक्कर लगा रहा था ।पर सभी ने भर्ती करने से मना कर दिया था ।अब किसी […]Read More
गृह जनपद : जोधपुर राजस्थानशिक्षा : स्नातकोत्तर (अंग्रेज़ी) बी एडरेणु वर्मा के नाम से लेखनकैफ़ीयत के नाम से एक ग़ज़ल संग्रह प्रकाशितरेख़्ता २०१८ में भागीदारीकई पत्र पत्रिका में स्तंभ कविताएं ग़ज़ल प्रकाशनलेखन पाक और फोटोग्राफी में रुचि टिप्पणी :【रेणु वर्मा की कविताओं में प्रकृति की महत्ता और हाशिये के लोगों के प्रतिरोध (चाहे कमज़ोर तबके […]Read More