यू पी के पूर्व मंत्री स्मृति शेष चेतराम गंगवार के

संस्मरण लेखिका उनकी सुपत्री विमलेश गंगवार ‘दिपि ‘ हैं जो सुप्रसिद्ध लेखिका हैं । बुजुर्गों की हवेली ( पचपेड़ा ) राजनैतिक तनावों से मुक्त , शांति मय और संगीत मय हो गई थी अब । चुनाव की जीत से गाँव के बच्चे इतने खुश हो गये कि जब उनके मन में आता वे घर को […]Read More

विमल कुमार ‘भारती ‘ की कविताएँ

विमल कुमार ‘भारती’ख्यातिलब्ध शिक्षक, प्रेरक एवं कविअमरपुरा, पटना, बिहार [ कविता और प्यार ] कविता लिखी नहीं जातीखुद-ब-खुद लिख जाती हैवैसे ही जैसेप्यार किया नहीं जाताखुद हो जाता है कविता मेंशब्दों को जोड़नाअंगों को मिलाने जैसा हैशब्दों के बीच यौन संबंधस्थापित करने जैसा हैइसमें काव्य कहाँ हैप्रेम कहाँ है प्यार और काव्यदोनों का मूलसहज भाव […]Read More

काहे कौ काटो टिकट ? बतावौ ऐ सरकार! (संस्मरण 6)

ये संस्मरण ,यू पी के पूर्व मंत्री चेतराम गंगवार के बारे में है जो उनकी बेटी विमलेश गंगवार ‘ दिपि ‘ द्वारा लिखा गया है जो एक सुप्रसिद्धि लेखिका हैं । अब तो धुआं धार कन्वेसिंग प्रारम्भ हो गई ।जिसको जो मिला उसी से घूमने लगे ।सायकिल पैदल कार जीप सबसे ज्यादा ट्रैक्टर क्षेत्र में […]Read More

वरिष्ठ उपन्यासकार और कथाकार विमलेश गंगवार ‘ दिपि’ से बातचीत

परिवर्तन :कुछ अपने बारे में बतायें । विमलेश गंगवार: मेरा जन्म जिला बरेली के पचपेड़ा गाँव ( उत्तर प्रदेश) मे हुआ था ।माता स्व .श्री मती सत्य भामा देवी जी थी एवं पिता स्व .श्री चेत राम गंगवार जी कृषक एवं राज नेता थे ।प्रारम्भिक शिक्षा पास के गाँव हिमकर पुर चमरौआ में और कक्षा […]Read More

12 वीं साइंस के बाद कैरियर संबंधी जानकारी

आशीष कुमार उमराव, ऐकडेमिक और कैरियर मेंटर साइंस से 12वीं करने वाले विद्यार्थियों का वर्ग विषयों के आधार पर अलग-अलग होता है। इनमें PCM, PCB और PCMB शामिल हैं। हम यहां आपको एक-एक वर्ग के कोर्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं। सबसे पहले बात करते हैं PCB, यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय […]Read More

हाकिम का मिज़ाज

देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज आई ई टी लखनऊ से बी टेक् और फिर उत्तर प्रदेश शासन से रिटायर्ड (वीआर एस) दिनेश कुमार सिंह ,लखनऊ से प्रकाशित ‘डे टू डे दैनिक’ के उपसंपादक हैं ।समाज के उपेक्षित वर्गों को यथा सम्भव सहायता भी देते हैं । हर आदमी का मिज़ाज समय और परिस्थितयों के अनुसार […]Read More

जीवन के संध्या काल में

तेज प्रताप नारायण जीवन के संध्या काल मेंजब नातिन -नातियों के नाना नानीपोते -पोतियों के दादा दादीसुकून के दो पल ढूढ़ते हैंदो समय की रोटी औरसर छुपाने के लिए छोटा सा घर ढूँढ़ते हैं तो उन्हें मिलता हैलड़ाई झगड़े का कोलाहलआपसी रिश्तों की हल चलउनके बेटे -बेटियां बड़े हो जाते हैंस्वार्थ और लालच की कालीन […]Read More

Stop Stigma ,End Period Myths-Shailja Chaudhary

Shailja Chaudhery, 26 years old living in Lucknow, also known as pad girl ,converting PERIODS Myths into an Informative way in a Better Reproductive Health and distributing free sanitary napkins to 720 women and girls of urban slums of Lucknow and rural areas like Unnao ,Rae Bareli, Barabanki villages through her Campaign.Stop Stigma End Period […]Read More

भरोसा क्या नहीं है मुझ पर

सईदा सायरा रिज़वी,उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के लखनऊ पुलिस लाइन्स स्थित “पुलिस मॉडर्न स्कूल”की Founder Principal, पठन पाठन लेखन एवं शायरी में रुचि। समाज मे वंचित वर्ग के कष्टों के प्रति जागरूक ।सेवा को समर्पित रोटरी क्लब की सदस्य ।इसके अतिरिक्त Human Right Comission Crime Against Women की प्रदेश अध्यक्षकिसान मंच वीमेन सेल की उपाध्यक्षउदीयमान […]Read More

बॉस की बेटी की शादी

दिनेश कुमार सिंह एक पुरानी कहावत है हाकिम की अगाड़ी और घोड़े की पिछाड़ी,मतलब अफसर के सामने से और घोड़े के पिछवाड़े से जहाँ तक हो बचना चाहिए।बात 1994 की है हमारे विभाग के सबसे आला अधिकारी की बिटिया की शादी थी तो जैसा कि अमूमन सभी सरकारी विभागों में मख्खनबाज़ी प्रथा का चलन होता […]Read More