उन्हें है खौफ़

 उन्हें है खौफ़

राहुल रेड

करो कुछ भी वो पौधों का भला होने नहीं देते
ये बरगद हैं जो पौधों को बड़ा होने नहीं देते

उन्हे है खौफ़ कद उनका मेरे आगे न घट जाए
वो अपने सामने मुझको खड़ा होने नहीं देते

करूँ कैसे यकीं उस न्याय के मंदिर पे तुम बोलो
जहाँ मुंसिफ ही मुजरिम को सजा होने नहीं देते

उसे निकले कभी चेंचक तो कहते देवी माता हैं
पड़ोसी ही कभी उसकी दवा होने नहीं देते

मुझे इसमें बुलाते हैं उसे उसमें बुलाते हैं
हमें एक साथ महफ़िल में जमा होने नहीं देते

कभी इससे वो लड़ते हैं कभी उससे झगड़ते हैं
वो महफ़िल में कभी रौशन शमा होने नहीं देते

बने हैं फोन ही दुश्मन हमारी हेल्थ के जो अब
हमारे हाँथ पैरों को रमा होने नहीं देते ।

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