By :Dr Ritu Rani, (Researcher & Assistant Professor ,Hindi ) भारतीय रंगमंच कहते ही हमारे जहन में शास्त्रीय रंगमंच की एक छवि उभरकर आती है । लेकिन ‘लोक’ को भारतीय रंगमंच का पर्याय बनाने में हबीब तनवीर के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है । देखा जाए तो हबीब तनवीर ने अपने नाटकों में […]Read More
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कौशल किशोर,सीनियर ब्यूरोक्रेट,भारत सरकार प्रसिद्ध लेखक एवं स्तम्भकार मैं उस घर में दिया जलाने निकला हूँ जहाँ सदियों से अँधेरा है !This was his clarion call as Social justice Minister in the Govt headed by the Prime Minister VP SINGH , in the month of August 1990 when he spearheaded the implementation of Mandal reservation […]Read More
.रजनीश संतोष मेरी जानकारी में गांधी इकलौती शख़्सियत हैं जिन्होंने अपनी स्थापित हो रही महानता को अपने जीते जी खुद मटियामेट करने में कोई संकोच नहीं दिखाया और अपनी सारी कमज़ोरियों, ग़लतियों और नाकामियों को ईमानदारी से स्वीकार किया .. अधिकतर महान लोगों के जीवन के कमज़ोर प्रसंग और ग़लत निर्णय आदि उनकी मृत्यु के […]Read More
दुष्यंत कुमार का जन्म 1 सितम्बर, 1933 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के गांव राजपुर नवादा में हुआ था। उनका पूरा नाम दुष्यंत कुमार त्यागी था। उन्होंने इलाहबाद विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की थी। शुरुआत में वे परदेशी के नाम से लिखा करते थे, किन्तु बाद में वे अपने ही नाम से लिखने […]Read More
👉उत्तर भारत के अंबेडकर कहे जाने वाले महामना रामस्वरूप वर्मा जी के जन्मदिन पर साथी मिशन फॉउंडेशन के इंजीनियर सुनील पटेल की शब्दांजलि । ————————––—————————————– “जिसमें समता की चाह नहीं, वह बढ़िया इंसान नहीं। समता बिना समाज नहीं, बिन समाज जनराज नहीं। सौ में नब्बे शोषित हैं, शोषितों ने ललकारा है। धन-धरती और राजपाट में, […]Read More
कवि कमल जी की पुण्यतिथि पर तेज प्रताप नारायण की श्रद्धांजलि । जैसे किसी बगिया से ख़ुशबूदार फूल का मुरझानारात के घनगोर अँधेरे में बिजली का गुल हो जानाया किसी गाड़ी के टायर से हवा निकल जानावैसे ही होता है किसी कवि कादुनिया से असमय चले जाना ।(तेज) एक कवि थे कामता प्रसाद ‘कमल ‘ […]Read More
तेज प्रताप नारायण अब भी याद आ जाते हैं प्रेमचंदउनका गबन और गोदानउनका गोबर,होरीधनिया ,झुनियामाता दीन और सिलियामालती और मेहतासमाज की विषमता होरी की एक गाय के लिए तड़पज़मीदार,महाजन और पुरोहित की आपसी एकता और झड़पसत्ता और शासन के लिए फैलाया गया प्रदूषित विचार साँस का जाम हो जानाएक किसान की ज़िंदगी हराम हो जानासुबह […]Read More