लेखक: ध्रुव गुप्त ध्रुव गुप्त जी की किताब फिर तेरी कहानी याद आई ज्ञान,विज्ञान,इतिहास,मिथक सहित संवेदना के अनेकानेक स्तरों को
आदम गोंडवी आइए महसूस करिए जिंदगी के ताप कोमैं चमारों की गली तक ले चलूँगा आपको जिस गली में भुखमरी
उपन्यासकार:तेज प्रताप नारायण प्रकाशक:साहित्य संचय ,समीक्षक :,रजनीश संतोष रजनीश संतोष प्रसिध्द ग़ज़लगो,कवि और लेखक हैं । Tej Pratap जी के
राजीव चौधरी,प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग,DTU है पड़ा गले सबके कोरोना इस क़दर कि, किसी और से गले मिलना भी मुहाल
मैं बडी क्या हो गयी दुश्मन ज़माना हो गयाएक मेरा ही बदन सबका निशाना हो गया कस रहें हैं फब्तियाँ
कल्याण सिंह बहन जी ! अब तो लगता है कि विकास का इलाज़ यहाँ पर हो पाना संभव नहीं हैं।”
11/07/2022
23/06/2022
29/10/2020