राजनीति के शिकार होते युवा साथी
मेरे युवा दोस्तों,
अपने शिक्षा, अपने करियर पर ध्यान दें। अपने फील्ड में ईमानदारी से अपना बेस्ट देना ही आपकी सच्ची देशभक्ति होती है। लोग खेल कर, जीवन में अथक मेहनत और दृढ़ निश्चय से खेलों में देश के लिए मैडल जीतते हैं, उनके पीछे जन गण मन की धुन बजती है, तिरंगा लहरा रहा होता है। क्या ऐसा कर के वो देशभक्ति नही कर रहे होते हैं? क्या उन्हें देखकर हम गदगद और भावुक नही होते है? क्या ये देशभक्ति का सबसे शानदार तरीका नही है? अपना समय बर्बाद कर, सोशल मीडिया पर नेगेटिविटी फैलाना कैसे देशभक्ति हो सकती है?
जरूरी नही की किन्ही दो पक्षों के सांचे में आपको खुद को ढालना ही है, या दूसरे से उम्मीद करना है कि वह किसी एक पक्ष में रहे ही। निष्पक्ष भी रहा जा सकता हैं या तीसरा पक्ष विकसित करिए, अपना खुद का पक्ष। दिन और रात के अलावा सुबह और शाम भी होते हैं। विकसित करिए अपना पक्ष, अपनी सोच, अपनी समझ। संभावनाएं अनंत है। संकुचित नही होना है।
आहत होता हूँ आपको दिग्भ्रमित देखकर, दूसरों के राजनीति का शिकार होता देखकर। संभल कर रहे, सजग रहें। नही चाहता हूं इतने लंबे पोस्ट लिखना, लेकिन जिम्मेदारी सी लग रही है आपको सचेत करना।
“सियासत इस कदर अवाम पे अहसान करती है,
आँखे छीन लेती है फिर चश्में दान करती है!”
~~आशीष Kr. उमराव “पटेल”, कैरियर & एकेडेमिक मेंटोर, स्पीकर, मोटीवेटर, निदेशक- गुरु द्रोणाचार्य (IIT-JEE, NEET & NDA इंस्टिट्यूट), फ़ोन & व्हाट्सप्प-8650030001, like, follow / subscribe me on-facebook, instagram, twitter, linkedin & youtube.