…संवेदनशील, सहृदय एवं युवा कवि सुशील द्विवेदी नयी पीढ़ी के उभरते हुए आलोचक और कवि हैं । डायरी का पीला वरक इनकी कविताओं का संग्रह है अपनी कविताओं में सुशील कई रूपों में सामने आते हैं कवि, प्रेमी, दार्शनिक, संवेदनशील पुरुष, प्रकृति प्रेमी, सर्जक आदि । लेकिन इन सब में जो रूप सबसे अधिक उज्ज्वल […]Read More
लेखक : संजीव कुमार गंगवार प्रकाशन: बोध रस प्रकाशन समीक्षा: तेज प्रताप नारायण काग़ज़ के फूल : कला का माउंट एवरेस्ट पिछले दिनों अमजद ख़ान का एक छोटा सा इंटरव्यू देखा था, जिसमें अमजद ख़ान का कहना था कि 3 घंटे में जो दर्शक फिल्म देखने आता है उसे यथार्थ से अलग सपनों की दुनिया […]Read More
लेखक: ध्रुव गुप्त ध्रुव गुप्त जी की किताब फिर तेरी कहानी याद आई ज्ञान,विज्ञान,इतिहास,मिथक सहित संवेदना के अनेकानेक स्तरों को समेटे हुए है । किताब में लिखी कुछ बातों से सहमतियां ,असहमतियां ज़रूर हो सकती हैं लेकिन कुल मिलाकर यह किताब संग्रहणीय,पठनीय ,ज्ञानवर्धक और मनोरंजक है । विभिन्न विषयों पर 35 लेखों का यह संग्रह […]Read More
लेखक:अनंत तीसरी कसम के चौथे हीरामन अनंत द्वारा लिखी गई किताब ” दो गुलफामों की तीसरी कसम ” पर लेखक तेज प्रताप नारायण की विस्तृत टिप्पणी दो गुलफामो की तीसरी कसम चर्चित लेखक , पत्रकार और रेणु के जीवन और साहित्य पर गहन शोध करने वाले अनंत की शोधात्मक किताब है जो अत्यंत कलात्मक ढंग […]Read More
संगीता , दिल्ली विश्वविद्यालय सामाजिक,वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक, धार्मिक, प्रेम – परिहास आदि विषयों पर किताबें लिखी जाती रही हैं | परन्तु इन सभी विषयों को एक साथ पाठकों के सामने बहुत ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है – तेज प्रताप नारायण जी ने | तेज प्रताप नारायण जी द्वारा लिखित पुस्तक ‘ज़ीरो बटा सन्नाटा’ […]Read More
तेज प्रताप नारायण वर्जित इच्छाओं की सड़ककवयित्री: डॉ अनुराधा ‘ ओस ‘प्रकाशक : बोधि प्रकाशन अंतिम व्यक्ति की चिंता करती हुई कविताएँ डॉ अनुराधा ‘ ओस ‘ आज के समय की चर्चित कवयित्री हैं ।इनका कविता संग्रह ” वर्जित इच्छाओं की सड़क ” अपने नाम से ही उत्सुकता पैदा करता है । एक पाठक के […]Read More
काव्य संग्रह: कारक के चिन्हलेखक : डॉ संतोष पटेलप्रकाशन: नवजागरण डॉ संतोष पटेल का कविता संग्रह कारक के चिन्ह को कविता का करेंट अफेयर्स की संज्ञा दिया जा सकता है। कवर पेज से ही अनुमान लगाया जा सकता है कि अंदर क्या सामग्री होगी । समाज का आह्वान करते हुए संतोष पटेल कहते हैं ” […]Read More









