-डॉ राकेश कुमार सिंह, वन्यजीव विशेषज्ञ, स्तम्भकार एवम कवि पंद्रह सौ छिहत्त्तर का वो संग्राम निराला था।भारत माँ के सपूत को आक्रांताओं ने ललकारा था।चेतक पर सवार था महाराणा, हाथ में उसके भाला था।नाहर सी गर्जन थी उसकी, आंख में जैसे शोला था।। बरछी, भाला और कटार से वो बचपन से खेला था।उदय और जयवंता […]Read More
सीमा पटेल,दिल्ली प्रेम करने वाली लड़कियां , तरलता से भरी बहती नदी के समान होतीं है | वो पार करती हैं सारी हदें, ‘बहाव’ की | टकराती, हरहराती बहती हैं स्वच्छंदता से | नहीं रोक पाया, कोई बांध, कोई चट्टान, कोई पहाड़, उसके संवेगों के वेग को | भाव, आवेश से परिपूर्ण, होती है पूर्ण […]Read More
सीमा पटेल,दिल्ली आज कुछ तसल्ली से बैठी थीसोचा,,,नींद पूरी है, मन उत्साहित है,सर भी हल्का है, कोई हड़बड़ी नहींतो लिख दूँ एक अच्छी कविता तुम्हारी भी आज छुट्टी हैघड़ी की चाल से भी आज खुट्टी हैवर्ना, रसोईघर में टंगी घड़ीरोज ठक-ठक सर में हथौड़ेबजाया करती है।बोलती भी है कि जल्दी करोदेर हो रही है ऑफिस […]Read More
सीमा पटेल,दिल्ली स्त्रियों के अब आंसू नहीं बहतेबहते भी है तो नज़र नही आतेसमझ आ गया है उनकोअपने आसुंओ का मोल बना देते है ये आँसूस्त्री के व्यक्तित्व को कमज़ोरहो कोई भी वज़हनहीं बहाती है अब ये आँसूबना लिया है अंतर्मन कोपहले से ज्यादा सुदृढ अब लड़ती हैं जूझती हैंऔर फिर जीतती हैंविषम परिस्थितियों सेअपनी […]Read More
तेज प्रताप नारायण चार कविता संग्रह, दो कहानी संग्रह और एक उपन्यास के लेखक तेज प्रताप को प्रेम चंद सम्मान,मैथिलीशरण गुप्त सहित कई अन्य सम्मानों से नवाजा जा चुका है ।उनका पहला व्यंग्य संग्रह , ज़ीरो बटा सन्नाटा, और दूसरा उपन्यास प्रकाशन के विभिन्न चरणों में है।एक कहानी संग्रह , एक कविता संग्रह और एक […]Read More
सीमा पटेल ,दिल्ली कवयित्री सीमा पटेल विभिन्न मुद्दों पर लिखती हैं ।इनकी कविताएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती है ।कई साझा काव्य संग्रहों जैसे मशाल ,पर्दे के पीछे की बेख़ौफ़ आवाज़ें और शब्दों की अदालत में आपकी कविताएँ प्रकाशित हो चुकी हैं ।देश के कई मंचों से काव्य पाठ भी कर चुकी हैं । […]Read More
डॉ शिवेन्द्र कुमार मौर्यपूर्व शोध छात्र, हिन्दी विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालयसंप्रतिः शिक्षक, श्री रणंजय इंटर कॉलेज,अमेठी, उत्तर प्रदेश।संपादक: “उन्मेष” अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकामो नं 8004802456 [ राम राज आइ गवा ] राम कै चोला राम कै झोला राम नाम कै डंडीराम नाम से देश चलावै सच मा बा पाखण्डी।जनता मूरख बाटै पूरक अंधभक्ति मा चूरसोचिस अब […]Read More